इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी!
जयपुर(IMD):- आज 21 जून 2025 – राजस्थान में मानसून ने इस बार समय से पूर्व दस्तक दी है और इसके साथ ही राजस्थान के कई जिलों में मूसलाधार बारिश का आतंक शुरू हो हो गया है। गुजरे पिछले 72 घंटों में टोंक, करौली, बूंदी, कोटा, जयपुर और जालोर समेत कई जिलों में रिकॉर्ड तोड़ वर्षा दर्ज हुई है। मौसम विभाग ने अगले 2–3 दिनों तक 30 से अधिक जिलों में तेज बारिश की चेतावनी जारी की है।
समय से पहले सक्रिय हुआ मानसून!
राजस्थान राज्य में आमतौर पर जून के आखिरी सप्ताह में मानसून की दस्तक होती है। परंतु इस बार मानसून इसके बिलकुल विपरीत सक्रिय हुआ है। लेकिन इस बार दक्षिण-पश्चिम मानसून ने 18 जून को ही गुजरात के रास्ते राजस्थान में प्रवेश कर लिया। इसके बाद से ही राजस्थान के लगभग 25 से ज्यादा जिलों में पिछले एक हफ्ते से लगातार बारिश का सिलसिला यूं ही जारी है। मौसम विभाग के अनुसार बारिश का यह सिलसिला अगले हफ्ते तक जारी रह सकती है।

जयपुर में जलभराव की स्थित सड़क बनी नदी!
राजस्थान की राजधानी जयपुर में पिछले 24 घंटे में निरंतर वर्षा दर्ज हुई है। जिसके चलते जयपुर की सड़के पानी से भर गई है। जिससे ट्रैफिक जाम और यातायात व्यवस्था काफी प्रभावित हुई है। यूनिवर्सिटी रोड, कालवाड़ रोड, विद्याधर नगर, सांगानेर और मानसरोवर क्षेत्र में पानी भर गया है। कुछ इलाकों में पानी इतना बढ़ गया है कि जनजीवन इससे काफी प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग ने आवश्यक कार्य के बिना घर से बाहर न निकालने की अपील की है। ऐसे में सावधानी रखना बहुत जरूरी है
इन जिलों में वर्षा का रिकॉर्ड हुआ दर्ज!
पिछले तीन दिनों में राजस्थान के कई जिलों में तेज बारिश का रिकॉर्ड सर्च किया गया है जिनमें से कुछ जिलों का रिकॉर्ड सामने आया है। जिनमे करौली जिले में 166 मिमी बारिश रिकॉर्ड दर्ज हुआ है। वही टोंक, जयपुर, सवाई माधोपुर, बूंदी, कोटा, जलावड़ और बांसवाड़ा जिले में 100 से 150 मिमी बारिश का रिकॉर्ड दर्ज किया गया है। मौसम विभाग ने अगले 72 घंटों में राजस्थान के 30 से ज्यादा जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। जिसमे से कुछ जिलों में तो ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जिसका सीधा मतलब सावधानी रखने से है। ऐसे में सावधानी रखना ही समझदारी का काम है।
सावधानी और जरूरी सुझाव!
- 1. जलभराव वाले क्षेत्रों से बचें
- 2. बिजली के पोल और तारों से दूरी बनाए रखें
- 3. बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें
- 4. बिना आवश्यक कार्य के घर से बाहर न निकले।
- 5. लंबे पेड़ों से दूर रहे बिजली गिरने का खतरा बना रहता है।
- 6. बारिश के चलते यात्रा करने से बचे या वहां धीमी गति से चलाएं।
प्रशासन की तैयारियाँ
आपदा प्रबंधन विभाग ने संवेदनशील जिलों में NDRF की टीमें तैनात की हैं। कोटा, भरतपुर और उदयपुर में बचाव दल सक्रिय किए गए हैं। नगरपालिका व नगर निगम की टीमें भी जल निकासी के कार्य में लगी हुई हैं। लोगों से अपील की गई है कि वे घरों में सुरक्षित रहें और मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लें, और सुरिक्षत रहे, सावधान रहे और जागरूक बने।
निष्कर्ष
राजस्थान में इस वर्ष मानसून ने समय से पहले दस्तक दी और 18 जून से ही राज्य के कई जिलों में भारी बारिश शुरू हो गई। टोंक, करौली, बूंदी, जयपुर, जालोर जैसे जिलों में जलभराव, सड़क धंसने और जनहानि की घटनाएं सामने आई हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश से खरीफ फसलों की बुवाई को बल मिला, लेकिन अत्यधिक जलभराव ने नुकसान भी पहुंचाया। मौसम विभाग ने आगामी दिनों के लिए अलर्ट जारी किया है। नागरिकों को सावधानी बरतने की सख्त जरूरत है।